यातायात नियमों के प्रति जागरूकता के लिये विभागीय अधिकारियों को सौंपी जिम्मेदारी Aligarh News

डीएम की अध्यक्षता में हुई सड़क सुरक्षा परिवहन एवं जिला विद्यालय यान परिवहन सुरक्षा समिति की बैठक

अलीगढ़ः सड़क सुरक्षा माह के अन्तर्गत जिलाधिकारी इन्द्र विक्रम सिंह की अध्यक्षता में अतरौली के एनैक्सी सभागार में अन्तर्विभागीय समन्वय बैठक आयोजित की गयी। डीएम ने कहा कि जान है तो जहान है। सड़क सुरक्षा जीवन से जुड़ा अहम मामला है। सड़क दुर्घटना से पीडि़त व्यक्ति ही नहीं वरन् समूचा परिवार और यहां तक की सगे-सम्बन्धी भी प्रभावित होते हैं। आंकड़े गवाह हैं कि किसी भी महामारी से कहीं ज्यादा लोग सड़क दुर्घटना में अपनी जान गंवा देते हैं, इसलिये अत्यन्त ही आवश्यक है कि सड़क सुरक्षा एवं यातायात नियमों के पालन के प्रति लोगों को अनिवार्य रूप से जागरूक किया जाए। उन्होंने कहा कि वर्तमान में सड़कों पर घना कोहरा एवं धुंध छायी रहती है ऐसे में जनसामान्य की सुरक्षित यात्रा के दृष्टिगत उचित स्थानों पर संकेतांक लगाये जाएं और सड़क के बीच में सफेद पट्टी अनिवार्य रूप से डाली जाए।

डीएम-एसएसपी ने जिला में घटित सड़क दुर्घटनाओं के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए अधिकारियों को निर्देशित किया कि वह पदीय दायित्वों का निर्वहन करते हुए सड़क दुर्घटनाओं को शून्य करें। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को एक नई जिम्मेदारी देते हुए कहा कि विद्यालयों में प्रार्थना सभा, ग्राम पंचायतों में गोष्ठियां एवं बैठक के साथ विभागीय बैठकों एवं शिविरों के दौरान यातायात नियमों एवं सुरक्षा मानकों के प्रति न केवल आमजमानस बल्कि विभागीय अधिकारियों व कार्मिकों को जागरूक किया जाए। प्रायः देखने को मिलता है कि अधिकतर दुर्घटना ओवर स्पीड की वजह से होती हैं। लोगों विशेषकर युवाओं को चाहिये कि टू-व्हीलर चलाते समय हैलमेट एवं कार ड्राइविंग के समय शीटबेल्ट लगायें। वाहन धैर्य पूर्वक, नियंत्रण में और ट्रैफिक नियमों के अनुसार चलायें।

सड़क सुरक्षा समिति एवं जिला विद्यालय यान परिवहन सुरक्षा समिति की बैठक में प्रोजेक्ट मैनेजर एनएचएआई पीके कौशिक द्वारा बैठक में प्रतिभाग न किये जाने एवं टप्पल-जट्टारी के मध्य सड़क मरम्मत कार्य में विगत तीन माह से टालमटोली किये जाने पर डीएम ने सख्त नाराजगी प्रकट करते हएु चौयरमैन एनएचएआई संतोष यादव को कार्यों में असंवेदनशीलता, शिथिल कार्यप्रणाली को ध्यान में रखते हुए अनुशासनात्मक कार्यवाही करने के लिये अर्द्धशासकीय पत्र लिखने के निर्देश दिये। एनएचएआई की तरफ से बैठक में उपस्थित हुईं सहायक अभियंता अरीबा संतोषजनक उत्तर नहीं दे सकीं। ब्लैक स्पॉट एवं दुर्घटना संभावित स्थलों की समीक्षा के दौरान गोपी, नानऊ, पनैठी, खेरेश्वर, छेरत सुडि़याल, पिलखना, शेखा झील, मकदूमनगर, तेहरा मोड़, मलसई एवं बरौठा नहर स्थानों पर एक्सईएन पीडब्लूडी, आरटीओ, एनएचएआई को निर्देशित किया कि वह मौके पर जाकर तकनीकी दृष्टि से यथासम्भव प्रयास कर तात्कालिक निदान कराएं।

उन्होंने कार्यदायी संस्थाओं को निर्देशित किया कि निर्माण कार्यों के दौरान आमजन की सुरक्षा के लिये किये जाने वाले रूट डायवर्जन को उचित स्थान व दूरी पर प्रदर्शित किया जाए ताकि वाहन चालक समय रहते इससे अवगत हो सकें। उन्होंने जिला विद्यालय यान परिवहन सुरक्षा समिति की बैठक में कहा कि प्रदेश सरकार नौनिहालों एवं विद्यार्थियांे की सुरक्षा के प्रति संवेदनशील है उनकी सुरक्षा व्यवस्था से खिलवाड़ करने वालों से सख्ती से निपटा जाएगा। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिये कि अधोमानक वाहनों को ब्लैक लिस्टेड करने के बजाए सीज करने की कार्यवाही सुनिश्चित की जाए।

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