Aligarh: अलीगढ़ में कोचिंग सेंटर संचालकों ने नई गाइडलाइन को लेकर किया मंथन
कोचिंग सेंटरों को लेकर केंद्र सरकार की मिनिस्ट्री ऑफ एजूकेशन द्वारा कोचिंग संचालन को लेकर जारी किए गए दिशा-निर्देशों को लेकर अलीगढ़ में एडीए फेज वन स्थित विनीत कोचिंग एंड गाइडेंस सेंटर में शहर के कोचिंग संचालकों एवं प्राइवेट अध्यापकों की बैठक हुई। जिसमें संचालकों ने कहा कि नई गाइडलाइन में लगभग अन्य सभी बिंदुओं से किसी प्रकार की कोई आपत्ति नहीं है लेकिन जिस तथ्य के तहत 16 वर्ष की आयु से कम बच्चों को कोचिंग में प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया गया है, वह समझ से परे है।
सरकार ने कोटा राजस्थान में जिन दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं को संज्ञान में लेकर छात्रों को कोचिंग पढ़ने से प्रतिबंध करने की गाइडलाइन जारी की है, उनकी समस्याएं भिन्न थीं। 16 वर्ष की आयु तक के बच्चों को सर्वाधिक गाइडेंस और पढ़ाई में सहयोग की आवश्यकता होती है। जिससे से भविष्य की प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए अपने आपको पहले से ही तैयार रख सकें। अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी प्रवेश परीक्षा, बनारस हिंदू विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा, सैनिक स्कूलों की प्रवेश परीक्षा, नवोदय विद्यालय की प्रवेश परीक्षाओं को पास करने के लिए स्कूल के अतिरिक्त गाइडेंस की आवश्यकता होती है।
वहीं दूसरी ओर शिक्षित एवं योग्य लाखों लोग जो प्राइवेट ट्यूशन या कोचिंग के माध्यम से पूरे देशभर में अपना जीवन यापन कर रहे हैं, उन्हें सड़क पर लाने का प्रयास किया जा जा रहा है। सरकार को 16 वर्ष तक की आयु के बच्चों को संस्थानों में प्रवेश पर प्रतिबंध वापस लेना पड़ेगा। इस मुद्दे को लेकर शहर के ज्यादातर कोचिंग संचालक सांसद सतीश गौतम से भी मिलेंगे। इस मौके पर दृष्टि कोचिंग के डायरेक्टर नरेश राजपूत, सिनर्जी कोचिंग के डायरेक्टर एमन बिलग्रामी, पुरुषोत्तम, जेएमडी अकादमी से एसके शर्मा एवं डीके सिंह, ब्रिक्स कोचिंग से सादिक हसन, कैटालिस्ट कोचिंग से विकास एवं विनीत कोचिंग के डायरेक्टर विनीत शर्मा आदि मौजूद रहे।